उसको डर भगवान नहीं है
वो जो ख़ुद इंसान नहीं है
मुझ में से वो यूँ निकली है
जैसे मेरी जान नहीं है
सबकी नज़रों से गिर जाना
इतना भी आसान नहीं है
दिल के बदले में दिल दे दे
वो इतना नादान नहीं है
हैरत है तन्हाई में भी
दिल की गली सुनसान नहीं है
मुझ पर भी इक राज़ खुला है
वो मुझसे अनजान नहीं है
वो जो ख़ुद इंसान नहीं है
मुझ में से वो यूँ निकली है
जैसे मेरी जान नहीं है
सबकी नज़रों से गिर जाना
इतना भी आसान नहीं है
दिल के बदले में दिल दे दे
वो इतना नादान नहीं है
हैरत है तन्हाई में भी
दिल की गली सुनसान नहीं है
मुझ पर भी इक राज़ खुला है
वो मुझसे अनजान नहीं है