मेरा जो ये ख़्वाब है, छीनो!
आँखों को तेज़ाब है, छीनो
जो सीधे से ना मिलता हो
सीधा एक हिसाब है, छीनो
सांस गले की फांस हुई है
अब मेरी फ़रियाद है, छीनों
पुरखों की सब दौलत- शोहरत
मुझको एक अज़ाब है छीनो
मांगे से ये कब मिलती है
सरकारी इमदाद है, छीनो
मांगे से ये कब मिलती है
ReplyDeleteसरकारी इमदाद है, छीनो |
बहुत अच्छा |
सादर