लोगों की आँखों में खटकने वाले हैं
अब हम उसके दिल में धड़कने वाले हैं
उसके हुस्न का रंग निखर कर आएगा
अब हम उसपे जान छिड़कने वाले हैं
मंजिल भी मायूस न कर दे इस डर से
हम थोड़ा सा और भटकने वाले हैं
ख़्वाब में देखा बाजू का कट कर गिरना
यअनी वो पहलू से सरकने वाले हैं
अब हम उसके दिल में धड़कने वाले हैं
उसके हुस्न का रंग निखर कर आएगा
अब हम उसपे जान छिड़कने वाले हैं
मंजिल भी मायूस न कर दे इस डर से
हम थोड़ा सा और भटकने वाले हैं
ख़्वाब में देखा बाजू का कट कर गिरना
यअनी वो पहलू से सरकने वाले हैं
मंजिल भी मायूस न कर दे इस डर से
ReplyDeleteहम थोड़ा सा और भटकने वाले हैं ||
बहुत अच्छी पंक्ति |
सादर
-आकाश