इक पतंगा रिझाए रखा है
दिल दिए सा जलाए रखा है
रौशनी जिसकी ऐब गिनती थी
इक दिया था! बुझाए रखा है
दिल की अलमारी में सलीक़े से
याद तो तह लगाए रखा है
तेरे ज़ख्मों को जान-ए-जां हमने
मरहमों से बचाए रखा है
भूलना तुझको मेरे बस में कहाँ
तुझको दिल में छुपाये रखा है
दिल दिए सा जलाए रखा है
रौशनी जिसकी ऐब गिनती थी
इक दिया था! बुझाए रखा है
दिल की अलमारी में सलीक़े से
याद तो तह लगाए रखा है
तेरे ज़ख्मों को जान-ए-जां हमने
मरहमों से बचाए रखा है
भूलना तुझको मेरे बस में कहाँ
तुझको दिल में छुपाये रखा है
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