Friday, September 5, 2014

सेहन में  यूँ उजाला कर लिया है
उन आँखों को सितारा कर लिया  है

हमे भर जाने से परहेज़ है, सो
छलक जाना गवारा कर लिया है

परी चेहरों! रहो तनहा कि हमने
मुहब्बत से किनारा कर लिया है

मज़े में हूँ ग़रीबी में भी जबसे
ज़रा छोटा निवाला कर लिया है

अरी यादो! चली जाओ कि उनको
भुलाने का इरादा कर लिया है

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