सेहन
में यूँ उजाला कर लिया है
उन आँखों
को सितारा कर लिया है
हमे भर
जाने से परहेज़ है, सो
छलक जाना
गवारा कर लिया है
परी चेहरों!
रहो तनहा कि हमने
मुहब्बत
से किनारा कर लिया है
मज़े में
हूँ ग़रीबी में भी जबसे
ज़रा छोटा
निवाला कर लिया है
अरी यादो!
चली जाओ कि उनको
भुलाने
का इरादा कर लिया है