तेरे टूटते वादे, शर्मसार करते हैं
और फिर भरोसे को तार-तार करते हैं
यह जो सब सितारे हैं, रौशनी के धब्बे हैं
मख़मली अँधेरे को दाग़दार करते हैं
ख़ामियां व ऐब उनके, दुश्मनों को बतलाओ
हम न कुछ सुनेंगे, हम उनसे प्यार करते हैं
हमको छोड़ जाने का उनको ग़म नहीं लेकिन
ग़र मिलें तो कहना हम इंतज़ार करते हैं
चाहतों का जीते-जी क्या सुबूत दें हम, बस
तुमसे प्यार करते हैं, बेशुमार करते हैं